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फ़रवरी, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

चन्द्रशेखर आजाद की पुण्यतिथि पर पढ़िए उनकी मां की कहानी जिसे पढ़कर हर भारतीय का सर शर्म से झुक जायेगा

आज 27 फरवरी का दिन है। चन्द्रशेखर आजाद जी की आज पुण्यतिथि हैं। चंद्रशेखर आजाद का नाम असल में चंद्रशेखर तिवारी था लेकिन बाद में इन्होंने खुद को आजाद घोषित कर दिया था और कभी अंग्रेजों के हाथो ना मरने की कसम खाई थी। पंडित सीताराम तिवारी उत्तर प्रदेश के उन्नाव ज़िले के बदर गांव के रहने वाले थे। लेकिन भीषण अकाल के चलते वे मध्यप्रदेश के ग्राम भाबरा में जा बसे थे। जी हां 23 जुलाई 1906 को मध्यप्रदेश के भाबरा गांव में ही सीताराम तिवारी और जगरानी देवी के घर एक बच्चा पैदा हुआ था। नाम रखा गया चंद्रशेखर तिवारी। जैसा कि इन्होंने कभी भी अग्रेंजों के हाथों ना मरने की कसम खाई थी वैसा ही इन्होंने किया भी। 27 फरवरी, 1931 को जब इलाहाबाद के एलफ्रेड पार्क में इन्हें अग्रेजों ने घेर लिया था तो काफी देर तक ये अकेले उनका मुकाबला करते रहे लेकिन जब अंत में उनके पास केवल एक गोली बची थी तो उन्होंने खुद को गोली मार ली थी। आज आपको चन्द्रशेखर आजाद की वह कहानी हम बताने जा रहे हैं जिसे पढ़कर आपको क्षोभ होगा, और शर्म से आपकी आंखें नम हो जायेंगी। क्या आप जानते हैं आजाद के शहीद होने के खबर उनकी मां

सारागढ़ी का ऐतिहासिक युद्ध जब 12 हजार अफगानियों को 21 सिक्खों ने चटाई धूल

मेरा मानना हैं इतिहास हमेशा से ही प्रेरणादायी होता है, इतिहास सिर्फ पढ़ने का विषय नहीं हैं यह भूतकाल के अनुभवो की किताब हैं इससे हम सभी को अनुभव का सबक लेना चाहिए, लेकिन आज में जिक्र कर रहा हूँ एक ऐसी भारतीय वीरो की अविस्मरणीय शौर्य गाथा की जो बैटल ऑफ़ सारागढ़ी के नाम से इतिहास के पन्नों में दर्ज हैं। भारत भूमि पर अनेक युद्ध लड़े गए चाहे वह महाराणा प्रताप का मुगलो के विरुद्ध लड़ा गया हल्दीघाटी का युद्ध हो या छत्रपति शिवाजी महाराज का मुस्लिम आक्रांताओ के विरुद्ध सशस्त्र संघर्ष, ऐसी ही एक अदम्य साहस की गाथा है सारागढ़ी का युद्ध जो की सन् 1897 में लड़ा गया सारागढ़ी एक छोटा सा गाँव जो की तत्कालीन भारत की नार्थ वेस्ट फ्रंटियर पर स्थित था, और वर्तमान में पाकिस्तान में है।   एक तरफ 12 हजार अफगान सैनिक तो दूसरी तरफ 21 सिख अगर आप को इसके बारे नहीं पता तो आप अपने इतिहास से बेखबर है। आपने "ग्रीक सपार्टा" और "परसियन" की लड़ाई के बारे मेँ सुना होगा, इनके ऊपर "300" जैसी फिल्म भी बनी है, पर अगर आप "सारागढ़ी" के बारे में पढ़ेंगे तो पता चलेगा इससे महान लड़ाई भारत की भ

Nirav Modi: All you need to know...!!

🔰Nirav Modi: One of top 100 richest person in India. He was ranked 84 on the Forbes Richest List. Forbes magazine described him as the founder of the $2.3 billion (in revenues) of Firestar Diamond. His current net worth is $1.73 billion. He belongs to a family of Diamond merchants. His father name is Deepak Modi, a diamond businessman based in Belgium. 🔰Nirav Modi is school dropout and son of a diamond trader.(School dropouts are not always Pakoda sellers). 🔰Nirav Modi brand is all over the world, including the 2 in US, two in India, two in Hong Kong, Beijing, London, Singapore, Macau. 🔰Priyanka Chopra, who was the brand ambassador of his brand. 🔰Brand: Firestar Diamond and Nirav Modi. 🔰Nirav modi brother Neeshal Modi is husband of Mukesh Ambani’s niece, Isheta Salgaocar’s. (Daughter of Mukesh's sister Dipti). 🔰36 firms linked to Gitanjali Gems are under probe post-PNB scam. 🔰PNB Manager who issued Letter of Undertaking to Nirav Modi, was Gokulnath Shetty(on

दुनिया के सबसे बड़े स्वयंसेवी संगठन आरएसएस - सांस्कृतिक राष्ट्रवाद या साम्प्रदायिक संगठन ..पढ़े धारणाओं को तोड़ता एक विश्लेषण

हम हमेशा से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस ) से आम जनता का असल परिचय कराना चाहते थे. वे लोग जो राजनीती में रूचि रखते हैं या फिर राजनैतिक गतिविधियों की जानकारी रखते हैं, वो तो आरएसएस से भली भाँती परिचित है पर जो राजनीती से थोड़ा दूर है उनके मन में आरएसएस की वही छवि गढ़ी हुई है जो ६०  वर्ष सत्ता पर काबिज़ कांग्रेस पार्टी ने मीडिया और वामपंथी लेखकों और  इतिहासकारो की माध्यम से गढ़वा दी. महात्मा गाँधी के हत्यारे, आज़ादी की लड़ाई में अंग्रेज़ो का साथ देने वाले, देश के संविधान को नहीं मानने वाले, भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने साम्प्रदायिकता फैलाने वाले, यह सब बातें सैकड़ो बार बोली और लिखी जा चुकी और आज का लेटेस्ट आरोप संघ पर ये है की सरसंघचालक मोहन भगवत जी ने भारतीय सेना का अपमान किया। ये है मोहन भगवत जी का वह  वीडियो  जिसको ले कर विवाद हुआ. बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर में भागवत जी ने एक कार्यक्रम में क्या कहा और भारतीय मीडिया ने धज्जी का सांप कैसे बनाया स्वयं सुन सकते है. यहाँ भागवत जी कह रहे हैं की देश को अगर जरुरत हुई और भारत के संविधान ने इसकी अनुमति दी तो स्वयं सेवक को सेना 3 दिन में ट

महाशिवरात्रि स्पेशल : युग बीत गए ,काशी में कभी क्वार नहीं आता ,इश्वर जाने कब आएगा?

ज्ञानवापी : युग बीत गए, काशी में कभी क्वार नहीं आता, ईश्वर जाने कब आएगा ई. सन 1669. क्वार(अश्विन) का महीना तनिक आलस के साथ धान की फूटती बालियों से उलझ रहा था, कि अचानक उसने देखा- गंगा का पानी लाल होने लगा था. वह चौंक उठा. कुछ ही वर्ष पहले उसने गंगा को लाल होते देखा था, जब मुगल सैनिकों ने विंध्याचल के विंध्यवासिनी मंदिर को तोड़ कर वहां के हिन्दुओं का सामूहिक नरसंहार किया था. उसे फिर किसी अनहोनी की आशंका हुई, वह कांपते हुए गंगा की उल्टी दिशा में दौड़ा. गंगा के पाट पर दौड़ता क्वार अभी काशी से तीन कोस दूर था, कि चीखों से उसके कान फटने लगे। उसके रोंगटे खड़े हो गए, और मुंह से निकला- तो क्या विश्वनाथ भी…. कांपता क्वार दूने वेग से दौड़ा. काशी पहुँचते ही उसने देखा- विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग पर चढ़ाये जाने वाले जल को पुनः गंगा में मिलाने वाली नालियों से गाढ़ा रक्त आ कर गंगा में मिल रहा था. क्वार ने घाट से ही गर्दन उचका कर देखा- विश्वनाथ मंदिर का गगनचुम्बी गुम्बज धरती पर पड़ा था, असंख्य पुजारियों के शव यत्र तत्र बिखरे पड़े थे, और अब घरों में छिपे लोगों को खींच खींच कर काटा जा रहा था. काफिरों के सर

सुंजवां आर्मी कैंप पर हमले में रोहिंग्या कनेक्शन के दावे और उसकी सनसनीखेज हकीकत

हम अपनी पहले की पोस्ट में भी घुसपैठिये रोहिंग्या मुस्लिमो से सम्बंधित समस्या उठाते रहे हैं और इनसे देश के लिए गम्भीर खतरा हो सकता हैं इसकी आशंका भी जताते रहे हैं। यहाँ तक की केंद्र सरकार ने सितम्बर 2017 में रोहिंग्या मुसलमानों पर सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दिया है, ये हलफनामा 16 पन्नों का है जिसमें रोहिंग्या मुसलमानों को देश से बाहर करने की वजहों को बताया गया है। केंद्र सरकार ने रोहिंग्या को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया है। वहीं कई रोहिंग्या के आतंकी संगठनो से संपर्क की बात कही गयी थी। सरकार ने हलफनामे में कहा है कि अवैध रोहिंग्या शरणार्थियों को देश में रहने की इजाजत नहीं दी सकती है और सरकार के मुताबिक भारत में अवैध रोहिंग्या शरणार्थियों की संख्या 40 हजार से अधिक हो गई है। रोहिंग्या घुसपैठियों का गढ़ हैं सुंजवाँ आर्मी कैम्प अभी 10 फरवरी को जम्मू में सुंजवां आर्मी कैंप पर  आतंकी हमला हुआ जिसमे हमारे 5 जवान शहीद हो गए और इस फिदायीन हमले के तार रोहिंग्याओं से जुड़ रहे हैं। सुंजवाँ इलाका रोहिंग्या घुसपैठियों की बस्ती के लिए मशहूर हैं। सुंजवां सैन्य कैंप के पीछे और एक किलोमीटर पहल

क्या है राफेल सौदा और क्या है इससे जुड़ा विवाद, यहाँ जाने विवादों से सम्बंधित हर सवाल का जवाब

संसद से लेकर मीडिया तक राफेल सौदे पर बवाल मचा हुआ हैं, आइये हम आपको बताते हैं कि भारत को राफेल डील की क्यो जरूरत हैं और क्या हैं पर्दे के पीछे का सच। रॉफेल डील की जरूरत सबसे पहले तो यह समझ ले कि हमे अपनी सैन्य तैयारियां चीन के मुकाबले में करनी हैं क्योकि पड़ोसी देशों में सबसे शक्तिशाली दुश्मन हमारा चीन हैं, जिससे एक युद्ध हम लड़ चुके हैं और करारी हार के साथ अपनी जमीन भी हमने खोई हैं। ऐसा नही था कि हमारे सैनिक कमजोर थे या हमारे हौसले कम थे, हम हारे तो सिर्फ हथियारों की वजह से, तत्कालीन नेहरू सरकार चीन की साम्रज्यवादी मंसूबो का आकलन ही नही कर पाई, पंचशील सिद्धांतो की आड़ में सेना के आधुनिकीकरण की अवहेलना की गई जिसकी वजह से इस हार का सामना करना पड़ा था। आज भी हमारा सबसे बड़ा दुश्मन चीन हैं अगर हम उसे साधने में कामयाब रहे तो पाकिस्तान अपने आप सध जाएगा। यहाँ एक महत्वपूर्ण बात यह भी हैं कि युद्ध की स्थिति में हमे दो फ़्रंट पर लड़ना पड़ सकता है एक चीन दूसरा पाकिस्तान, इसलिए हमारी वायुसेना अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों से लेकर हथियार से लैस होनी चाहिए, क्योकि युद्ध के परिणाम अब वायुसेना ही तय करती

पत्रकारिता के शर्मनाक किस्से : राजदीप सरदेसाई ने प्रशांत पटेल की FIR वाली ट्वीट में आम आदमी पार्टी के अंकित लाल को क्यो किया टैग

Photo credit -Google पत्रकार राजदीप सरदेसाई आजकल फिर सुर्खियों में हैं, वैसे तो पत्रकार का कार्य होता हैं कि देश मे चल रही घटनाओं को सुर्खियों में लाना पर ये महोदय अकसर गलत कारणों से खुद ही सुर्खियां बन जाते हैं। ताजा मामला जुड़ा है प्रशांत पटेल से उनकी तकरार को लेकर, आपको बता दूँ की प्रशांत पटेल वही हैं जिन्होंने आम आदमी पार्टी के 20 विधायको को चुनाव आयोग से disqualify करवाया था। मामला यह हैं कि प्रशांत पटेल के एक ट्वीट से नाराज होकर राजदीप सरदेसाई ने उनके खिलाफ FIR करवाई हैं, और ट्विटर पर FIR की कॉपी देते हुए अपनी ट्वीट में आम आदमी पार्टी के मीडिया प्रभारी अंकित लाल को भी टैग किया। इसमें मज़े की बात यह है कि प्रशांत पटेल के जिन ट्वीट से राजदीप सरदेसाई को आपत्ति है वह काफी पुराने है और शायद उनकी चर्चा भी नहीं होती, पर सरदेसाई साहब का दर्द निकल कर तब आया जो प्रशांत ने आम आदमी पार्टी को तगड़ा झटका दे दिया। आम आदमी पार्टी से राजदीप की नजदीकियां जगजाहिर हैं पिछले वर्ष तगड़ी अफवाह थी कि राजदीप सरदेसाई गोवा से आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री उम्मीदवार भी हो सकते हैं, यहाँ तक कि वह गो

अंकित सक्सेना मर्डर : हॉनर किलिंग की आड़ में मुस्लिम आतंकियों को संरक्षण

शीर्षक पढ़कर इस भ्रम में मत पढ़िए कि इस लेख के जरिये किसी प्रकार के सांप्रदायिक सोच को हवा देने की कोशिश की जा रही है। जब हम मुस्लिम आतंकियों की बात करते हैं तो बस मुस्लिम समुदाय की नहीं बल्कि इस समुदाय की सोच में शामिल आतंकवाद से पर्दा हटाकर उसको आपके सामने लाते है। पूरी दुनिया में ISIS का आतंकवाद और उनके आतंकवादियों द्वारा लोगो को मारने वाले विडिओ हम आये दिन समाचार में और अपने फ़ोन में वायरल वीडियो के जरिये देखते हैं। दो राइफल लिए आतंकवादियों के बीच एक मासूम को घुटनो के बल बैठाकर कैसे गला रेत देते हैं या गोली मार देते हैं, उन जिहादियों की इस बर्बरता से दुनिया का बच्चा बच्चा वाकिफ है। इस्लामिक आतंकवाद का ये चेहरा किसी से छुपा नहीं है और इसी आतंकी सोच को अंकित सक्सेना मर्डर में देखा जा सकता है। दिल्ली में 23 साल के अंकित सक्सेना को एक मुस्लिम परिवार ने सिर्फ इसलिए गला रेतकर हत्या कर दी क्योकि वो उनके परिवार की मुस्लिम लड़की से प्यार करता था। हत्या करने का तरीका ठीक वैसा ही था जैसे ISIS जैसे इस्लामिक आतंकवादी संगठन किया करते हैं। सूत्रों और प्रत्यक्षदर्शियो के अनुसार पहले अंकित सक्से